नयनों से नयन मिलें प्रणय निवेदन बन छाये तुम मुस्कानों से सूरत नहीं सीरत में गुलाब बन नयनों से नयन मिलें प्रणय निवेदन बन छाये तुम मुस्कानों से सूरत नहीं सीरत में ...
जब मूक नयनों से इशारे हो गए, तुमने पुकारा हम तुम्हारे हो गए। जब मूक नयनों से इशारे हो गए, तुमने पुकारा हम तुम्हारे हो गए।
मैं तो चाहूँ नए अरमानों को पर मेरी संवेदना रहे, हर वक़्त तुमसे ही उलझ। मैं तो चाहूँ नए अरमानों को पर मेरी संवेदना रहे, हर वक़्त तुमसे ही उलझ।
नयनों में बादल छाऐ नयनों में बादल छाऐ
इशारे तेरे मेरे प्यार के। तू समझ न सकी जानेजाना, इशारे तेरे मेरे प्यार के। तू समझ न सकी जानेजाना,
प्रकृति ने अपना रुख मोड़ लिया है।। प्रकृति ने अपना रुख मोड़ लिया है।।